इंडोनेशियन से हाथ मिलाया था, कोरोना टेस्ट कर दो

इंडोनेशियन से हाथ मिलाया था, कोरोना टेस्ट कर दो माई सिटी रिपोर्टर  गाजियाबद।  एमएमजी और कंबाइंड अस्पताल में रविवार देर शाम तक 19 संदिग्ध और 4 पॉजिटव मरीज भर्ती थे। रविवार को 13 लोगों की रिपोर्ट आईं, जो निगेटिव थीं। इसके अलावा रविवार को 8 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। जिले में रविवार तक 131 लोगों के टेस्ट किए गए हैं। इनमें से 109 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 5 रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं और 17 रिपोर्ट का इंतजार है। जिला एमएमजी अस्पताल में 4 पॉजिटिव मरीजों के अलावा 16 संदिग्ध मरीज भर्ती हैं जबकि कंबाइंड अस्पताल में 3 संदिग्ध मरीज भर्ती हैं, जिनकी रिपोर्ट का इंतजार है। --पीएसी के जवान पहुंचे कोरोना टेस्ट करवाने जिला एमएमजी अस्पताल में रविवार को पीएसी के चार जवान पहुंचे। जवानों ने डॉक्टर्स को बताया कि वे मुरादाबाद से आए हैं और यहां ज्वॉइन करना है लेकिन, अधिकारियों ने ज्वॉइनिंग करवाने से पहले कोरोना संबंधी टेस्ट करवाने और रिपोर्ट सबमिट करने के निर्देश दिए हैं। एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविंद्र राणा ने बताया कि जवानों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री और कॉन्टेक्ट हिस्ट्री नहीं थी, लिहाजा गाइड लाइन के अनुसार उनका कोरोना टेस्ट नहीं किया जा सकता। फिर भी चारों की मेडिकल जांच की गई है। सीएमएस ने कहा कि सभी सरकारी अधिकारियों को कोरोना टेस्ट संबंधी गाइड लाइन के बारे में जानकारी है फिर भी जवानों को टेस्ट के लिए विवश किया जा रहा है जो गलत है। यदि सभी ऐसा करने लगे तो अस्पतालों में डॉक्टर्स को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। --समय आ गया है नोटपैड रखें साथ कोरोना संक्रमण को लेकर सावधानी बरतने के लिए ट्रैवल हिस्ट्री वाले और कॉन्टेक्ट हिस्ट्री वालों को अपने साथ नोटपैड रखना चाहिए। कंबाइंड अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ. आरसी गुप्ता का कहना है कि सभी अपने साथ नोट पैड रखें और जिन लोगों से मिलें, डेट के साथ उनका नाम उसमें लिखते जाएं। इससे यदि वे कहीं संक्रमित होते हैं तो उनके कॉन्टेक्ट्स को तलाशने में आसानी होगी और सभी ट्रैक करके टेस्ट किया जा सकेगा। यदि ऐसा नहीं करते हैं तो कोई न कोई छूट जाएगा जो सोसाइटी में इस बीमारी को फैलाता रहेगा।  इंडोनेशियन से हाथ मिलाया था, कोरोना टेस्ट कर दो जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में रविवार को एक व्यक्ति अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ पहुंचा। उसने बताया कि वह कुछ दिन पहले वृंदावन घूमने गया था। वृंदावन में उसकी मुलाकात एक इंडोनेशियन से हुई, जिससे उसने उत्साह में हाथ मिला लिया। वापस आने के बाद से उसे कोरोना संक्रमण का भय सता रहा है। इमरजेंसी में मौजूद ड्यूटी डॉक्टर ने पहले तो उसे हाथ मिलाने को लेकर जमकर फटकार लगाई। डॉक्टर ने कहा कि पूरी दुनिया नमस्ते कर रही है और तुम अब भी हाथ मिला रहे हो। फटकार लगाने के बाद डॉक्टर ने सभी का चेकअप किया, किसी में कोई लक्षण नहीं थे। जिसके बाद उसे गाइड लाइन का हवाला देते हुए 14 दिनों तक घर में ही कवॉरंटीन में रहने की हिदायत देते हुए कंट्रोल रूम का नंबर दिया गया। कवॉरंटीन के दौरान यदि कोई लक्षण आता है तो कंट्रोल रूम पर फोन करके सहायता प्राप्त करें।